आप सभी का स्वागत हमारे ब्लॉग TechHindiRavi में आज के पोस्ट आप सभी को हिंदी में एक कहानी बताएँगे जो आप सुनकर बहुत ही अच्छा और बहुत ही रोचक है तो चलिए शुरू करते है Hindi Kahani 2021
Hindi Kahani Padhe Yahan 2021 |
Hindi Kahani Padhe Yahan 2021
🌺🌺🌺खुशी का उदय🌺🌺🌺
एक कौआ था जो अपनी जिंदगी से बहुत खुश और संतुष्ट था
एक बार वह एक तालाब पर पानी पीने रुका
वहां पर उसने सफ़ेद रंग के पक्षी हंस को देखा। उसने सोचा मैं बहुत काला हूँ और हंस इतना सुन्दर हैं इसलिए शायद हंस इस दुनियां का सबसे खुश पक्षी होगा
यही सोचकर वह अपने मन ही मन घुटने लगा, जब एक दिन उससे रहा नहीं गया तो उसने हंस के पास जाने की सोची,
कौआ हंस के पास गया और बोला -क्या आप दुनियां के सबसे खुश पक्षी हो ?
हंस बोला : मैं भी यही सोचा करता था कि मैं दुनियां का सबसे खुश पक्षी हूँ जब तक कि मैंने तोते को न देखा था
तोते को देखने के बाद मुझे लगता हैं कि तोता ही दुनियां का सबसे खुश पक्षी हैं क्योंकि तोते के दो खुबसूरत रंग होते हैं इसलिए वही दुनियां का सबसे खुश पक्षी हैं
हिंदी कहानिया यहाँ पढ़े
कौआ तोते के पास गया और बोला : क्या आप ही इस दुनियां के सबसे खुश पक्षी हो ?
तोता ने कहा : मैं पहले बहुत खुश था और सोचा करता था कि मैं ही दुनियां का सबसे खुबसूरत पक्षी हूँ
लेकिन जब से मैंने मोर को देखा है, मुझे लगता है कि वो ही दुनियां का सबसे खुश पक्षी है क्योंकि उसके कई तरह के रंग है और वह मुझसे भी खुबसूरत है
कौआ चिड़ियांघर में मोर के पास गया और देखा कि सैकड़ों लोग मोर को देखने के लिए आए है
कौआ मोर के पास गया और बोला : क्या आप दुनियां के सबसे सुन्दर पक्षी हो ?
हजारों लोग आपको देखने के लिए आते है इसलिए आप ही दुनियां के सबसे खुश पक्षी हो सकते हो
मोर ने कहा : मैं हमेशा सोचता था कि मैं दुनियां का सबसे खुबसूरत और खुश पक्षी हूँ
लेकिन मेरी खूबसूरती के कारण मुझे यहाँ पिंजरे में कैद कर लिया गया है। मैं खुश नहीं हूँ और मैं अब यह चाहता हूँ कि काश मैं भी कौआ होता तो मैं आज आसमान में आजाद उड़ता
चिड़ियाघर में आने के बाद मुझे यही लगता हैं कि कौआ ही सबसे खुश पक्षी होता है
अब सारी बात कौआ के समझ मे आ गई कि जो है सब यही है, दुसरे तो हम से भी ज्यादा परेशान है
जैसे ही उसे सत्य का ज्ञान हुआ आत्म संतोष और खुशी मन से ऊँचे आसमान मे ख़ुशी से उड़ने लगा I
हम लोगों की जिंदगी भी कुछ ऐसी ही हो गयी है
हम अपनी तुलना दूसरों से करते रहते है और दूसरों को देखकर हमें लगता है कि वो शायद हमसे अधिक खुश या सुख में है
हमें लगता है की हम कुछ नहीं है
इस कारण हम दु:खी हो जाते है
हम उनका आनंद नहीं उठा पाते जो हमारे पास पहले से है और उन वस्तुओं के पीछे भागने लगते है जो हमारे पास नहीं है और इसी चक्कर में समय निकलता जाता है और बाद में हम सोचते हैं कि पहले हम अधिक खुश थे
दुनियां में हर व्यक्ति के पास अन्य व्यक्तियों से कुछ वस्तुएँ अधिक और कुछ वस्तुएँ कम होगी ही
इसलिए दुनियां में सबसे अधिक खुश वह है जो अपने आप से सन्तुष्ट हैं और जिसे यह बात समझ आ जाती है वह सुखद और आनंदमय जीवन जीने लगता है
शेष प्रभु इच्छा 🙏🏻🙏🏻🙏🏻
🌺🌺🌺🌷🌷🌷🌸🌸🌸
0 Comments